मर्जी तुम्हारी
तुम लौट कर
आओ ना आओ
आओ ना आओ
तुम लौट कर
आ भी जाओ तो
चेहरा,आँखें ,
आवाज़
तो वही मिलेगी
मगर तुम्हारे
इंतज़ार में दिल जो
टूट कर बिखर चुका
उसका जुड़ना अब
मुश्किल होगा
20-03-2012
420-154-03-12
निरंतर कुछ सोचता रहे,कुछ करता रहे,कलम के जरिए बात अपने कहता रहे.... (सर्वाधिकार सुरक्षित) ,किसी की भावनाओं को ठेस पहुचाने का कोई प्रयोजन नहीं है,फिर भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे तो क्षमा प्रार्थी हूँ )